हजारीबाग के एग्जाम सेंटर से लीक हुआ पर्चा, रांची के मेडिकल कॉलेज में हुआ सॉल्व
अपने बेटे-बेटी को इंजीनियर और डॉक्टर बनाने का सपना सभी कोई देखते हैं. पर इस सपने को पैसे लेकर हकीकत में तब्दील कर देते हैं नालंदा के सॉल्वर गैंग. इस गैंग की दबीश न सिर्फ बिहार बल्कि झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र और अन्य जगहों पर भी है. बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की टीम ने नीट-2024 के पेपर लीक मामले में अब तक 22 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें संजीव मुखिया भी शामिल है.
पेपरलीक का हजाहीबाग, देवघर और रांची कनेक्शन
झारखंड के हजारीबाग से लेकर देवघर और अब रांची से भी पेपर लीक मामले का कनेक्शन जुड़ गया है. आरोपी सिकंदर यादवेंदू के अलावा एक नया शख्श बॉबी का भी नाम आया है. यह नवादा का रहनेवाला है और कडरू में एक रेस्टूरेंट चलाता था. यह अभी फरार है. हजारीबाग के जिस ओएसिस स्कूल से नीट-2024 का पेपर लीक हुआ था, उसका सॉल्व किया हुआ आंसर रॉकी के ह्वाट्सएप में आया था. फिर रांची के कई सेंटरों में भी साल्वर गैंग ने इसे अपने हाकिमों तक पहुंचाया.
हजारीबाग के एग्जाम सेंटर से लीक हुआ पर्चा
नीट-2024 मामले में बिहार ईओयू की अब तक की जांच में इस बात के प्रमाण मिले हैं कि झारखंड के हजारीबाग स्थित ओएसिस सेंटर से पर्चा लीक हुआ था. पटना में इस परीक्षा के प्रश्न पत्र का जो अधजला पन्ना मिला है, जिसका खुलासा सीरियल कोड के जरिये हुआ था. हजारीबाग के मंडई रोड में ओएसिस स्कूल है. इओयू की टीम ने हजारीबाग पहुंचकर स्टील का दो ट्रंक जब्त किया है, जिनमें यहां प्रश्नपत्र भेजे गए थे. जांच में इस बात के साक्ष्य मिले हैं कि इन ट्रंक में छेड़छाड़ किया गया था. ट्रंक में दो अलग-अलग कुंडियां पाई गई हैं.
रांची के मेडिकल कालेज में सॉल्व हुए थे प्रश्नपत्र
ओएसिस स्कूल के पेपर लीक मामले में इओयू को इस बात का पता चला कि रांची के एक सरकारी मेडिकल कालेज के 10 मेडिकल छात्रों ने नीट-2024 का प्रश्न पत्र सॉल्व किया था. फिर सॉल्व किया हुआ पेपर परीक्षार्थियों को भेजा गया, जिनसे एडवांस लिये गये थे. पेपर लीक करने वाले मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु को गिरफ्तार कर लिया गया है. यादवेंदू का रांची के बरियातू हाउसिंग कॉलोनी में आलीशान मकान है. उसने लंबे समय तक रांची में रहकर रिम्स, पशुपालन विभाग, जल संसाधन विभाग में पेटी कांट्रैक्टर का काम किया.