बोकारो स्टील प्लांट के एचएसएम विभाग के लिए ईएसजी सिद्धांतों पर कार्यशाला आयोजित
बोकारो स्टील प्लांट के लर्निंग एंड डेवलपमेंट विभाग ने पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) सिद्धांतों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक कार्यशालाओं की श्रृंखला शुरू की है. ये पहल आधुनिक व्यावसायिक रणनीतियों के साथ मेल खाती हैं, जो टिकाऊ और जिम्मेदार संचालन पर जोर देती हैं और बोकारो स्टील प्लांट की पर्यावरणीय संरक्षण और सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत करती हैं. इस पहल के तहत, एचएसएम विभाग के अधिकारियों के लिए “धृति” नामक एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका अर्थ “सततता” और “अडिगता” है. यह कार्यशाला 11 नवंबर 2024 को एचएसएम रशियन कैंटीन हॉल में आयोजित की गई. इस कार्यशाला का उद्देश्य ईएसजी सिद्धांतों के अनुरूप पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक कल्याण को समर्थन देने वाले स्थायी अभ्यासों को प्रोत्साहित करना था. सत्र की अध्यक्षता श्री विपिन कुमार सिंह, सीजीएम (एचएसएम) ने की, जिन्होंने आज के व्यावसायिक वातावरण में ऐसी कार्यशालाओं के महत्व पर जोर दिया.
कार्यशाला में एचएसएम विभाग के 24 अधिकारियों और मिल्स क्षेत्र के एचआर अधिकारियों ने भाग लिया. नीता बा, जीएम (एचआर-एल एंड डी), ने गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और वैश्विक स्थिरता मानकों के साथ मेल खाने में इन प्रयासों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला. ईएसजी पर एक विस्तृत प्रस्तुति अमित आनंद, एजीएम (एचआर-एल एंड डी) द्वारा दी गई. प्रतिभागियों को और अधिक जोड़ने और ईएसजी के महत्व को समझाने के लिए, अमित आनंद, एजीएम (एचआर-एलएंडडी) द्वारा एक इंटरैक्टिव क्विज आयोजित किया गया, जिसमें उपस्थित लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. इस कार्यशाला का समन्वय नीता बा, जीएम (एचआर-एल एंड डी), अमित आनंद, एजीएम (एचआर-एल एंड डी) और सिद्धो चरण मुर्मू, ओसीटी (इंस्ट्रक्टर) एचआर-एल एंड डी ने किया.
सेल ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही
और पहली छमाही के वित्तीय परिणाम जारी किए
स्टील अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड (सेल) ने आज, बीते 30 सितंबर, 2024 को समाप्त हुई दूसरी तिमाही और पहली छमाही के लिए अपने वित्तीय परिणाम जारी किए हैं.
मुख्य बिन्दु :
वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (स्टैंडअलोन) के परिणाम पर एक नज़र:
इकाई | दूसरी तिमाही 23-24 | पहली तिमाही
24-25 |
दूसरी तिमाही
24-25 |
|
कच्चा इस्पात उत्पादन | मिलियन टन | 4.80 | 4.68 | 4.76 |
विक्रय मात्रा | मिलियन टन | 4.77 | 4.01 | 4.10 |
प्रचालन के कारोबार | करोड़ रुपया | 29,714 | 23,998 | 24,675 |
ब्याज, कर, मूल्यहास और ऋण चुकाने से पहले की कमाई (EBITDA) | करोड़ रुपया | 4,043 | 2,420 | 3,174 |
अप्रत्याशित वस्तुएं और कर से पहले का लाभ | करोड़ रुपया | 2,111 | 326 | 1,113 |
अप्रत्याशित वस्तुएं | करोड़ रुपया | 415 | 312 | 0 |
कर–पूर्व लाभ (PBT) | करोड़ रुपया | 1,696 | 14 | 1,113 |
कर – पश्चात लाभ (PAT) | करोड़ रुपया | 1,241 | 11 | 834 |
वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही (स्टैंडआलोन) के परिणाम पर एक नज़र:
इकाई | पहली छमाही 23-24 | पहली छमाही 24-25 | |
कच्चा इस्पात उत्पादन | मिलियन टन | 9.47 | 9.46 |
विक्रय मात्रा | मिलियन टन | 8.65 | 8.11 |
प्रचालन से कारोबार | रुपया करोड़ | 54,071 | 48,672 |
ब्याज, कर, मूल्यहास और ऋण चुकाने से पहले की कमाई
(EBITDA) |
रुपया करोड़ | 6,132 | 5,593 |
अप्रत्याशित वस्तुएं और कर से पहले का लाभ | रुपया करोड़ | 2,313 | 1,439 |
अप्रत्याशित वस्तुएं | रुपया करोड़ | 415 | 312 |
कर–पूर्व लाभ (PBT) | रुपया करोड़ | 1,898 | 1,127 |
कर – पश्चात लाभ (PAT) | रुपया करोड़ | 1,390 | 844 |
कंपनी ने मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के दौरान, इसी वित्त वर्ष की पहली तिमाही के मुक़ाबले बेहतर प्रदर्शन किया है. कंपनी के प्रचालन से कारोबार, ब्याज, कर, मूल्यहास और ऋण चुकाने से पहले की कमाई (EBITDA) और विक्रय मात्रा सभी में वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के मुक़ाबले इसी वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान बढ़ोत्तरी हुई है. हालांकि, पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही के मुक़ाबले, मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी के प्रदर्शन में गिरावट सस्ते आयात और इस्पात कीमतों में कमी जैसे कारकों के प्रभाव के चलते देखने को मिला.
सेल के वित्तीय परिणामों पर टिप्पणी करते हुए, सेल के अध्यक्ष श्री अमरेंदु प्रकाश ने कहा, “हमें उम्मीद है कि मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी छमाही, विभिन्न चुनौतियों से प्रभावित पहली छमाही के मुक़ाबले अधिक आशाजनक वित्तीय परिणाम लाएगी. आने वाले समय में, आयात में अपेक्षित गिरावट और सकल घरेलू उत्पाद और पूंजीगत व्यय में अनुमानित वृद्धि को देखते हुए कंपनी मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी छमाही के दौरान बेहतर प्रदर्शन कर सकती है.