■ डीडीसी की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभागार में मल, कीचड़ और सेप्टेज प्रबंधन (एफएसएसएम) पर् एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई
■ मौके पर कार्यशाला में कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल विभाग चास रामप्रवेश राम, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल विभाग तेनुघाट शशि शेखर सिंह, जिला पंचायत राज पदाधिकारी (डीपीआरओ), नगर निगम चास और नगर परिषद फुसरो के प्रबंधक, प्रखंड समन्वयक उपस्थित थे।
बोकारो उप विकास आयुक्त (डीडीसी) संदीप कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभागार में मल, कीचड़ और सेप्टेज प्रबंधन (एफएसएसएम) पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में यूनिसेफ के राज्य सलाहकारों द्वारा प्रस्तुत एक तकनीकी सत्र शामिल था, जिन्होंने पावर पॉइंट प्रस्तुतियों के माध्यम से व्यापक जानकारी प्रदान किया। इसके बाद एक इंटरैक्टिव सत्र हुआ, जिसमें मल कीचड़ के प्रबंधन में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच जिम्मेदारियों के चित्रण पर ध्यान केंद्रित किया गया। मौके पर कार्यशाला में कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल विभाग चास रामप्रवेश राम, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल विभाग तेनुघाट शशि शेखर सिंह, जिला पंचायत राज पदाधिकारी (डीपीआरओ), नगर निगम चास और नगर परिषद फुसरो के प्रबंधक, प्रखंड समन्वयक सहित प्रमुख हितधारकों की भागीदारी रही।
कार्यशाला में यूनिसेफ के राज्य सलाहकार ने बताया कि मल कीचड़ प्रबंधन (एफएसएम) के लिए सुरक्षित और स्वच्छ सेप्टिक टैंक और गड्ढे वाले शौचालय को खाली करने की सेवाओं के साथ-साथ ठोस और तरल पदार्थों के प्रभावी उपचार जहां संभव हो, उपचारित उत्पादों के पुनः उपयोग की आवश्यकता होती है। कार्यक्रम में समन्वित प्रयासों के महत्व पर जोर दिया और पूरे क्षेत्र में एफएसएसएम प्रथाओं में सुधार के लिए समझ और सहयोग को बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया। कार्यशाला में आईडीएफ और आईएसए की टीमें के सदस्य उपस्थित थे।