संपूर्ण विप्र समाज का भव्य स्थापना दिवस समारोह: एकता, संस्कृति और उल्लास का संगम
बोकारो। संपूर्ण विप्र समाज, बोकारो जिला इकाई द्वारा बुधवार की शाम सिटी पार्क में भव्य स्थापना दिवस सह विप्र होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन समाज की एकजुटता को मजबूत करने और सांस्कृतिक विरासत को संजोने के उद्देश्य से किया गया, जिसमें सैकड़ों विप्रजनों की उत्साहपूर्ण भागीदारी रही।
समारोह का शुभारंभ भगवान परशुराम की पूजा, दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण के साथ हुआ। इसके बाद संपूर्ण विप्र समाज के जिला महासचिव श्रवण कुमार झा ने स्वागत भाषण दिया और संस्था की गतिविधियों तथा भावी योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने समाज को संगठित रहने और विकास में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की।
समाज की एकजुटता पर बल
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हजारीबाग के पूर्व सांसद प्रो. यदुनाथ पांडेय ने समाज के उत्थान के लिए सामूहिक सहयोग और संगठन की मजबूती पर जोर दिया। उन्होंने उपस्थित विप्रजनों को होली की शुभकामनाएँ देते हुए समाज में शिक्षा, संस्कार और नेतृत्व को बढ़ावा देने की बात कही।
इस अवसर पर संपूर्ण विप्र समाज के प्रदेश अध्यक्ष शशिभूषण ओझा मुकुल ने संगठन को नई ऊर्जा देने के लिए मृणाल कान्त चौबे को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा की। उपस्थित गणमान्य विप्रजनों ने श्री चौबे को माल्यार्पण कर स्वागत किया और उनके नेतृत्व में समाज की मजबूती की कामना की।
संगीत और नृत्य से सजी भव्य सांस्कृतिक संध्या
कार्यक्रम की खास बात थी होली गीतों और नृत्य की मनोरम प्रस्तुति, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। रंग-बिरंगी पारंपरिक वेशभूषा में सजे कलाकारों ने जब मंच संभाला, तो पूरा परिसर संगीत और उल्लास से गूंज उठा।
प्रसिद्ध कलाकार हंसमुख पांडेय, अरुण पाठक, अर्पिता प्रियदर्शिनी, सौम्या तिवारी, ममता कुमारी, मिली चौबे और बाल्मिकी पाठक ने अपने शानदार गीत और नृत्य प्रस्तुत किए। होली के रंगों में सराबोर इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
समारोह में उमड़ा विप्रजनों का सैलाब
कार्यक्रम में विभिन्न स्थानों से आए अनेक विप्रजनों ने भाग लिया। प्रमुख रूप से डॉ. अशोक पांडेय, अमरेन्द्र कुमार झा, देवतानंद दुबे, जय प्रकाश पांडेय, संजय पांडेय, मनीष पांडेय, डॉ. श्रीहरि पांडेय, रमण कुमार ठाकुर, अर्चना चौबे, ब्रजेश रंजन मिश्रा, शिवजी ओझा, विजयकांत तिवारी, अनुराग मिश्रा, संध्या द्विवेदी, बीणा झा और गंगेश पाठक सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में गुलाल और अबीर के रंगों से एक-दूसरे को होली की शुभकामनाएँ दी गईं। इस आयोजन ने समाज में सामूहिक एकता, सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक विकास को नई दिशा देने का कार्य किया।