बोकारो के स्क्रैप कारोबारी शंकर हत्याकांड में ठेकेदार राजू दुबे समेत 7 पर एफआईआर

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बोकारो पुलिस क्लब में बैठक करते पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारी

पुलिस एसआईटी गठित, कई को हिरासत में लेकर पूछताछ
बोकारो के स्क्रैप कारोबारी शंकर रवानी हत्याकांड में पुलिस ने परिजनों के फर्द बयान पर महुआर निवासी ठेकेदार राजू दुबे समेत सात नामजद लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. पुलिस कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. मुख्य आरोपी राजू दुबे फरार है. इस मामले को बोकारो स्टील प्लांट में छाई ट्रांसपोर्टिंग सहित अन्य कार्यों को लेकर विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है. शंकर रवानी का खुद का भी आपराधिक इतिहास रहा है, इसलिए घटना का कारण पुरानी अदावत और वर्चस्व में रंजिश का नतीजा बताया जा रहा है. सिटी डीएसपी आलोक रंजन ने कहा कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. जल्द ही आरोपी गिरफ्तार किए जाएंगे.

ज्ञात हो कि शंकर रवानी के विरुद्ध भी हरला थाना में करीब 11 मामले दर्ज हैं. मधुडीह में हुई हत्या मामले में वह सजायाफ्ता था, जिसमें मानत पर था. इसी साल जून में उसके खिलाफ सीसीए लगाया गया था. इसके अलावा उसके विरुद्ध एक अन्य हत्या, रंगदारी, मारपीट सहित अन्य घटनाओं में केस दर्ज था. कांड के उद्भेदन के लिए एसपी ने एसआईटी का गठन कर दिया है. गौरतलब है कि शंकर रवानी ड्राइवर के साथ गुरुवार की सुबह हटिया मोड़ पर अपनी स्कॉर्पियो धुलाने गया था, तभी कार व बाइक सवार अपराधियों ने उसे गोलियों से छलनी कर दिया था. हत्या के बाद शूटर फरार हो गए थे
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को प्राप्त २ लोगों की बाइक सवार वाली तस्वीर से पहचान करने के लिए पूछताछ की जा रही है।

जानकारी के अनुसार, कुछ महीने पूर्व उसे हटिया मोड़ से नया मोड़ जाने के क्रम में बाइक सवार अपराधियों ने गोली मारी थी. इस दौरान शंकर रवानी कमर में गोली लगी थी और वह बच गया था, लेकिन आज जिस प्रकार से अपराधियों ने बोकारो पुलिस को चुनौती देते हुए दिनदहाड़े इस शूटआउट को अंजाम दिया है. दिनदहाड़े हुए इस शूटआउट की घटना से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहा है क्योंकि पूर्व में शंकर रवानी पर हुई फायरिंग मामले का उद्भेदन आज तक नहीं हो पाया है.

मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी रामदेव उरांव ने बताया कि शंकर रवानी अपने स्कॉर्पियो की वॉशिंग कर रहा था, इसी दौरान चंद्रपुरा की तरफ से एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी आई और उसमें से दो लोग नीचे उतरे और सीधे पिस्टल से ताबड़तोड़ शंकर रवानी पर गोली चलानी शुरू कर दी. इस दौरान शंकर रवानी जमीन पर गिर पड़ा. जमीन में गिरने के बाद एक अपाची में सवार दो अपराधी मौके पर पहुंचे और अपाची के पीछे बैठे अपराधी ने पिस्तौल से शंकर रवानी के कनपटी पर गोली मार दी और मौके से नया मोड़ की तरफ भाग खड़े हुए.

घटना के बाद मौके पर सिटी डीएसपी और हरला थाना पुलिस पहुंच मामले की जांच शुरू कर दी है, जबकि घायल शंकर रवानी को बोकारो जनरल अस्पताल पहुंचाया गया था. जहां उसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. घटना की वजह क्या है अभी पता चल नहीं पायी है. हालांकि, जानकारी के मुताबिक बोकारो स्टील प्लांट के छाई ट्रांसपोर्टिंग सहित और कार्यों को लेकर लगातार विवाद उत्पन्न होता रहा है. यह घटना उसी की अदावत बताई जा रही है.

महुअर निवासी ठेकेदार शंकर रवानी की हत्या में सात नामजद पर हरला थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। मृतक शंकर रवानी के छोटे भाई जय प्रकाश रवानी के लिखित बयान के आधार पर सात लोगों को हत्या का नामजद आरोपी बनाया गया है. आरोपियों को पुलिस ने अपने जांच के दायरे में ले लिया है .
सातों लोगें के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है. नामजद लोगों में पहले दिन पुलिस ने महुआर रवानी टोला निवासी परीक्षित सिंह उर्फ राजा को उठा लिया था. राजा पर शंकर के हत्या का रेकी करने का आरोप लगा था.
जयप्रकाश ने अपने भाई शंकर की हत्या कर आरोप महुआर बस्ती निवासी ललन सिंह, चेताटांड निवासी नागेश्वर सिंह, महुआर बस्ती निवासी राजू दुबे उर्फ़ राजेंद्र प्रसाद दुबे , पिलगाडिया खटाल निवरसी दिलीप यादव, बाबू साहब होटल चास निवासी अशोक सम्राट , सेक्टर नौ स्ट्रीट तीन शिव शक्ति कालोनी निवासी दिनेश कुमार उर्फ डिगिल, महूआर
रवानी टोला निवासी परीक्षित सिंह उर्फ राजा को नामजद किया है. बिहार व अन्य जिल्में में छापेमारी करने गयी एसपी की एसआइटी टीम के पुलिस अधिकारी भी लगातार सुचना पर ‘छ्पेपारी कर रहे है

24 घंटे के अंटर पुलिस कर सकती है हत्याकांड का खुलासा
बोकारो पुलिस तेजी से शंकर रवानी हत्याकांड को अजाम देने वाले अपराधियों की ओर बढ़ रही है. पुलिस सरगर्मी के साथ ललन सिह व नागेश्वर सिंह को तलाश रही है .ललन व नागेश्वर को शंकर हत्याकांड को सुलझाने में अहम कड़ी माना जा रहा है . बेकारो एुलिस द्वारा 24 पेटे के अंदर शंकर हत्याकांड का उद्धेदन संभव है . एसपी द्वारा गठित एसआइटी की टीम हत्यारोपी के करीब पहुँच चुकी है।

पुलिस की रडार पर एक दर्जन क्रिमिनल है. शंकर हत्याकांड के दिन से ही बोकारो पुलिस एक दर्जन से अधिक क्रिमिनल के रिकॉर्ड छान रही है. साथ ही फिलहाल धनबाद व बोकारो जेल से बाहर निकते सभी अपराधियों पर पुलिस की कड़ी नजर बनी हुई है. पूरी सावघानी के साथ बोकारो पुलिस अपने सभी खबरी व नेटवर्क का इस्तेमाल शंकर के हल्यरे तक फहुचने मैं कर रही है .पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है उनसे पूछताछ चल रही है

हत्यारोपी नहीं पहचनते ये शंकर को
18 जुलाई की सुबह बाइक व कार से सक्टर नौ जकर रवानी की हत्या करनेवाले उसको नहीं फहचानते थे जहा शकर अपनी कार की वाशिंग करवा रहा था. उस स्थल पर बड़क पर सवार दोनो अपराधिययों ने कई बार चक्कर लगाया . हसके बाद कार पर सवार दो अपराधी पहुंचे।
इशारे के बाद कार सवार अपराधियों ने अंधाधुंध गोली चलाना शुरू कर दी इसके बाद फरार हो गये शंकर को हर हाल में मार देने के लिहाज से बाइक सवार वहां दोबारा जाकर मौत की पुष्टि करने हेतु फिर से सर के समीप जाकर गोलियां दागी और अंजाम देकर भाग गए।

सांसद की अभद्र भाषा पर पुलिस एसोसिएशन ने जताया विरोध

शंकर रवानी हत्याकांड मामले में एसपी पूज्य प्रकाश के साथ धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो ने बात की थी. सांसद द्वारा एसपी के साथ अभद्र भाषा में बात करने पर पुलिस मेंस एसोसिएशन ने विरोध जताया है. एसोसिएशन ने शुक्रवार को बोकारो के पुलिस क्लब में बैठक कर सांसद की बात करने की शैली पर एतराज जताया. बैठक में बोकारो के बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी उपस्थित थे. अध्यक्ष अमित कुमार तिवारी ने कहा सांसद ने जिस तरह से एसपी के बारे में टिप्पणी की है, वो निंदनीय है. एसोसिएशन उसका विरोध करता है. ज्ञात हो कि सांसद ने फोन पर एसपी से तू-तड़ाक के लहजे में बात की थी.

 

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