लोकसभा में आज नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद राहुल गांधी पहली बार बोल रहे थे .
इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोला साथ ही राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कहा कि हमने संविधान की रक्षा की है अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने भगवान शंकर की तस्वीर दिखाई तो स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें रोक दिया इसपर राहुल गांधी ने कहा कि क्या सदन में शिव जी की तस्वीर नहीं दिखा सकते. इसके साथ ही सदन में हंगामा शुरू हो गया.
साथ ही उन्होंने कहा कि मैं खुश हूँ मैं विपक्ष में हूं.राहुल गांधी ने भगवान शंकर के गले में लटके सांप और उनके त्रिशूल का जिक्र करते हुए अहिंसा की बात की और उनसे प्रेरणा लेने की बात भी कही. राहुल गांधी ने अभय मुद्रा का जिक्र करते कहा कि ये कांग्रेस पार्टी के चिन्ह की तरह है उन्होंने कहा कि शिवजी हमारी और कांग्रेस की प्रेरणा हैं इसके साथ ही उन्होंने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि परमात्मा पीएम मोदी की आत्मा से सीधे बात करते हैं. हम लोग जीव हैं लेकिन पीएम नॉन बायोलॉजिकल हैं. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि लोग कहते हैं कि गांधी जी मर गए हैं लेकिन गांधी जी कभी नहीं मरेंगे. वो हमेशा जिंदा रहेंगे. वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी की स्पीच के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खड़े हुए और बोले कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना एक गंभीर विषय है. इसपर राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी हिंदू समाज नहीं हैं बीजेपी हिंदू समाज नहीं है आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है ये ठेका नहीं है बीजेपी का गौरतलब है कि पिछले कार्यकाल के मुकाबले इस बार विपक्ष काफी मजबूत है और वो लगातार भाजपा पर हमलावर है.
आपको बता दें कि संसद में सोमवार को विपक्ष के नेता के तौर पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पहला भाषण दिया. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने भगवान शिव की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि शिवजी कहते हैं कि डरो मत, डराओ मत और उन्होंने इसके साथ ही इस्लाम से लेकर ईसाई धर्म और सिख धर्म तक का हवाला दिया वहीं राहुल गांधी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि हमारे कुछ नेता जेल में हैं इनमे से एक को रिहा कर दिया गया है लोगों को डराया और धमकाया जा रहा है उन्होंने कहा कि ईडी की 55 घंटे की पूछताछ का मैंने आनंद लिया है इस पूछताछ के अंत में जब अधिकारी ने कैमरा बंद किया तो उन्होंने मुझसे पूछा कि आप 55 घंटे से बैठे हो आप पत्थर जैसे हो, हिलते क्यों नहीं राहुल गांधी ने कहा कि हमने आइडिया ऑफ इंडिया का बचाव किया है बता दें कि राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान भगवान शंकर की तस्वीर लहराई इस पर स्पीकर ओम बिरला ने उनको टोकते हुए नियम पुस्तिका निकाल ली राहुल गांधी ने कहा कि सदन में हम शिवजी की तस्वीर भी नहीं दिखा सकते आप मुझे रोक रहे हैं. मेरे पास और भी तस्वीरें थीं जिन्हें दिखाना चाहते थे और बताना चाहते थे कि शिवजी ने किस तरह से रक्षा की.
वहीं इस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आपके सदस्यगण तीन सौ बावन का नियम बता रहे थे. आपने कहा कि इस नियम प्रक्रिया से सदन चलना चाहिए. ऐसे में कोई भी प्लेकार्ड या चिह्न सदन में नहीं दिखाया जा सकता इस पर राहुल गांधी ने कहा कि क्या इस सदन में शिवजी का चित्र दिखाना मना है यहां पर दूसरा चित्र दिखाया जा सकता है. शिवजी का चित्र नहीं दिखा सकते हैं राहुल गांधी ने भगवान शिव को अपने लिए प्रेरणा बताते हुए कहा कि उनसे विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष की प्रेरणा मिली. उनके बाएं हाथ में त्रिशूल का मतलब अहिंसा है हमने सच की रक्षा की है. हिंदू धर्म में साफ लिखा है कि सत्य के साथ खड़ा होना चाहिए. सत्य से पीछे नहीं हटना चाहिए. अहिंसा हमारा प्रतीक है भगवान शंकर हमारे लिए प्रेरणा हैं. शिवजी का त्रिशूल अहिंसा का प्रतीक है. हम बिना हिंसा सच की रक्षा करते हैं. ये देश डर का नहीं है. ये देश अहिंसा का देश है. हम लोग अहिंसावादी हैं.वहीं राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मुझ पर फर्जी मुकदमे लगा दिए गए हैं मुझसे ईडी ने पूछताछ की. अफसर भी हैरान थे. इंडिया गठबंधन के नेताओं को जेल में रखा है. ओबीसी-एससी-एसटी की बात करने वालों पर मुकदमे किए जा रहे हैं. राहुल गांधी ने भगवान शिव की अभय मुद्रा का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस अभय मुद्रा में है. उन्होंने अलग-अलग धर्मों का जिक्र करते हुए कहा कि इनमें भी अभय मुद्रा दिखाई देती है….
आपको बता दें कि राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी ने अपने भाषण में एक दिन कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी पर हमला नहीं किया. इसका कारण है. हिंदुस्तान अहिंसा का देश है. यह डरता नहीं है. हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया कि डरो मत, डराओ मत. शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं. दूसरी तरफ जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत-नफरत. आप हिंदू हो ही नहीं. हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए. राहुल गांधी ने अपने संबोधन के बीच एक बार फिर माइक बंद होने का मुद्दा उठाया और उन्होंने कहा कि माइक दीजिए सर. उन्होंने ये सवाल उठाया कि माइक का कंट्रोल किसके पास है सर. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सदन में एक व्यवस्था होती है. जब आसन की ओर से किसी व्यक्ति को बोलने के लिए कहा जाता है तब उसका माइक शुरू किया जाता है. आपका माइक बंद नहीं किया जाता. राहुल ने कहा कि मेरे भाषण के बीच में माइक ऑफ हो जाता है.मैं क्या करूं.
वहीं राहुल गांधी ने कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या ने बीजेपी को मैसेज दिया है. अवधेश पासी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि ये मैसेज आपके सामने बैठे हुए हैं. मैंने कल कॉफी पीते हुए इनसे पूछा कि हुआ क्या. आपको कब पता लगा कि आप अयोध्या में जीत रहे हो और इन्होंने कहा कि पहले दिन से पता था. अयोध्या में एयरपोर्ट बना. जमीन छिनी गई और आज तक मुआवजा नहीं मिला है. जो भी छोटे-छोटे दुकानदार थे छोटी-छोटी बिल्डिंग्स थी. सबको गिरा दिया गया और उन लोगों को सड़क पर कर दिया गया. अयोध्या के इनोग्रेशन में अयोध्या की जनता को बहुत दुख हुआ. अंबानी जी थे,.अडानी जी थे, लेकिन अयोध्या का कोई नहीं था. अयोध्या की जनता के दिल में नरेंद्र मोदीजी ने भय पैदा किया. उनकी जमीन ले ली, घर गिरा दिए लेकिन इनोग्रेशन तो छोड़ो उसके बाहर तक नहीं जाने दिया. इन्होंने मुझे एक और बात बोली कि दो बार नरेंद्र मोदी ने टेस्ट किया कि क्या मैं अयोध्या में लड़ जाऊं. सर्वेयर्स ने कहा कि अयोध्या में मत जाना. वहां की जनता हरा देगी इसलिए पीएम वाराणसी गए और वहां से बचकर निकले. बता दें कि राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदीजी अयोध्या के लोगों की छोड़ो बीजेपी वालों को डराते हैं. राजनाथ और गडकरी जी इनके सामने नमस्ते तक नहीं करते.
आपको बता दें कि लोकसभा में राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना का भी हवाला दिया और उन्होंने कहा कि मैं अग्निवीर के परिवार से मिला हूं केंद्र सरकार अग्निवीर को शहीद का दर्जा नहीं देती है अग्निवीर यूज एंड थ्रो मजदूर हैं. इस योजान को लेकर जवानों के मन में भय है मोदी जी इन जवानों को शहीद नहीं मानती है. वहीं राहुल ने कहा कि अग्निवीर जवानों को सिर्फ छह महीने की ट्रेनिंग देती है. इस योजना से जवानों में भय है. अग्निवीर की सच्चाई सेना जानती है. हमारी सरकार आएगी तो हम अग्निवीर को हटा देंगे.इस बीच अग्निवीर योजना को लेकर सदन में हंगामा हुआ. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बीच में उठते हुए कहा कि अग्ननिवीर योजना को लेकर सदन में गलतबयानी की जा रही है शहीद अग्निवीर को लेकर एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलता है सदन को गुमराह किया जा रहा है. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के लिए मणिपुर स्टेट ही नहीं है. प्रधानमंत्री जी मणिपुर नहीं गए मणिपुर को आपने हिंसा में जला दिया. आपने मणिपुर को गृहयुद्ध में जला दिया. मणिपुर पर आपको शर्म आनी चाहिए ना प्रधानमंत्री के लिए है और ना ही गृहमंत्री के लिए. राहुल गांधी ने कहा है कि केंद्र सरकार ने अरबपतियों की मदद के लिए जीएसटी और नोटबंदी की. पीएम मोदी ने अरबपतियों की मदद की. गलत जीएसटी की. इस बार आपको गुजरात में हराएंगे इंडिया गठबंधन आपको हराएगा. मैं नहीं कह रहा हूं ये पीएम मोदी ने कहा था कि मैं बायोलॉजिकल नहीं हूं. उन्हें भगवान की ओर से डायरेक्ट मैसेज आया था कि नोटबंदी करो भगवान से डायरेक्ट मैसेज आया था. भगवान से खटाखट ऑर्डर आते हैं. नोटबंदी का आदेश भी ऊपर से आया था.
वहीं राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि किसानों के लिए हमने सही मुआवजा दिलाने के लिए जो भूमि अधिग्रहण बिल तैयार किया था उसे आपने रद्द कर दिया. सत्ता पक्ष की ओर से ऑथेंटिकेट करने की मांग पर राहुल ने कहा कि कर ऑथेंटिकेट देंगे और उन्होंने कहा कि किसानों को डराने के लिए तीन नए कानून लाए. प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आपके फायदे के कानून हैं. सच्चाई थी कि ये अंबानी-अडानी के फायदे के कानून थे. किसान सड़क पर आ गए. आप किसानों से बात तक नहीं करते आप गले नहीं लगते, आप उन्हें आतंकी कहते हो आप कहते हो ये सब आतंकी हैं. इस पर अमित शाह ने आपत्ति जताते हुए कहा कि वे इसे ऑथेंटिकेट करें. आप नियमों के परे जाकर उन्हें रियायत दे रहे हो. ऐसे नहीं चल सकता. राहुल गांधी ने कहा कि हमने किसानों के लिए सदन में मौन की बात की, आपने वो भी नहीं किया. राहुल गांधी ने कहा कि किसानों ने ये कहा कि 16 लाख करोड़ उद्योगपतियों का कर्जा माफ हो सकता है तो हमारा भी थोड़ा सा कर दीजिए. किसान ने एमएसपी मांगा आपने कहा क्या. आपने कहा कि आपको ये नहीं मिलेगी इस पर सरकार की ओर से शिवराज सिंह चौहान ने आपत्ति जताते हुए कहा कि ये गलतबयानी कर रहे हैं एमएसपी पर खरीद जारी है. उनकी सरकार थी तब बताएं कि एमएसपी पर कितनी खरीद होती थी. ये सत्यापित करें कि एमएसपी पर खरीद नहीं हो रही. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि एमएसपी विद लीगल गारंटी सर, नॉट जस्ट एमएसपी
इसके बाद राहुल गांधी नीट के मुद्दे पर आ गए और परीक्षा एजेंसी को घेरते हुए सरकार पर हमला बोला. और उन्होंने कहा कि इतने सालों में कितनी बार परीक्षाओं में पेपर लीक हुए हैं. परीक्षा की मर्यादा खत्म हो गई है. सात साल में 70 बार पेपर लीक हुए हैं. परीक्षा के माहौल में भी भय पैदा कर दिया है और उन्होंने कहा कि नीट के बाद छात्रों का भरोसा खत्म हो गया है छात्रों को परीक्षा पर भरोसा नहीं रहा. छात्र सोचते हैं कि पास भी हुए तो पैसा कहां से आए छात्र महीनों तक नीट की तैयारी करते हैं और फिर परीक्षा देने जाते हैं तो पता चलता है पेपर लीक हो गया. राहुल गांधी ने स्पीकर ओम बिरला पर सदन में तीखी टिप्पणी की और उन्होंने अंग्रेजी में अपने भाषण में कहा कि स्पीकर ओम बिरला जब उनसे मिले तो उन्होंने सीधे खड़े होकर. हाथ आगे बढ़ाकर हाथ मिलाया… साथ ही आगे कहा कि लेकिन जब ‘स्पीकर सर’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले तो उनके साथ उन्होंने झुककर हाथ मिलाया.वहीं राहुल गांधी की इस तीखी टिप्पणी के बाद पूरे सदन में हंगामा मच गया. विपक्षी सांसदों ने राहुल गांधी का समर्थन किया.
उधर राज्यसभा में खरगे ने चुनावी रैलियों में धन के पुनर्वितरण, मंगलसूत्र, आरक्षण और मुजरा समेत अन्य मुद्दों पर कांग्रेस के खिलाफ मोदी की टिप्पणी को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा और उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी कहते थे कि एक अकेला सब पर भारी पर आज एक अकेले पर कितने लोग भारी हैं। चुनाव ने दिखा दिया की देश का संविधान और जनता सब पर भारी है आपको बता दें कि राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे के एक बयान पर हंगामा मच गया बता दें कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान खरगे ने कहा कि आरएसएस एक मनुवादी संस्था है इसकी विचारधारा देश के लिए खतरनाक है भारत के संस्थानों पर आरएसएस का कब्जा हो रहा है यह देश के चिंता का विषय है और उन्होंने आगे कहा कि संघ के लोगों ने गांधी की हत्या की थी आपको बता दें कि खरगे ने कहा कि गोडसे को उकसाकर गांधी की हत्या कराई थी खरगे के बयान पर सभापति ने संघ का बचाव किया और सभापति ने कहा कि आरएसएस का सदस्य होना गुनाह है क्या
देश में RSS का बहुत योगदान है वहीं अब देखना होगा की मोदी विपक्ष के इन हमलों और सवालों का सामना कैसे करते हैं या लगातार सदन से उठ-उठकर भागते हैं ये तो अब समय तय करेगा.