बोकारो: सरफराज आलम अंसारी भर्रा चास का निवासी है वो अपनी पत्नी का इलाज सदर अस्पताल बोकारो में करा रहे थे उसी क्रम में दिनाक 03/12/24 को अस्पताल लाया डाक्टर ने बोला कि सीजर से बच्चा होगा लेकिन अभी बेड खाली नहीं कारण बताके वापस घर भेज दिया गया दिनांक 06/12/20 दुबारा अस्पताल आया जब डाक्टर रेखा द्वारा मरीज को देखा गया और आपरेशन रूम ले जाया गया कुछ देर बाद डाक्टर बाहर आई और बोली की हमलोग सिजर नहीं करेंगे जबकी 03/12/24 को सिजर के बारे में बोला गया था और उसके लिए सरफराज आलम अंसारी का हस्ताक्षर भी लिया गया था। इस बीच मरीज का हालत बिगड़ गयी इसलिये उन्होंने अपनी पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया। दिनाक 08/12/24 को मरीज के साथ नार्मल डिलीवरी की जबरन कोशिश किया गया लेकिन उसी दिन सीजर से बच्चे का डिलेबरी किया गया बच्चे के जन्म होत ही बच्या मल मूत्र खा लिया था जिससे बच्चे की हालत बहुत ही खराब होने लगी उसे ऑक्सीजन लगाया गया लेकिन बच्चे की स्थिति नार्मल नहीं हो पा रही थी। अंत में डॉक्टरों ने उन्हें सलाह दिया की कहीं और ले जाइये बच्चे को तब जाकर मरीज को बीजीएच ले कर गये वहां पर डॉक्टर के द्वारा कहा गया की काफी वक्त कट गया है बच्चे की स्थिति इतनी खराब है कहाँ से लेकर आये है हम ऐड़मीट ले रहे परन्तु उम्मीद नहीं के बराबर है। डॉक्टर की बात सही निकली और दिनाक 09/12/24 को सुबह 10 बजे के आस-पास बच्चे की मृत्यु हो गयी।
परिजनों के जनाक्रोश को देखते हुए इस मामले में जब सदर अस्पताल अधीक्षक डाक्टर ए बी प्रसाद से बात की गयी तो उन्होंने इस दौरान सम्बंधित डॉक्टर एवं अधिकारीयों को तत्काल प्रभाव से छुट्टी दे दी है एवं अनुशासत्मक कार्यवाई के साथ परिजनों को इन्साफ का भरोसा देते हुए और जांच में प्रगति करने के लिए टीम को सौंप देने की बात कही।